राजनांदगांव – नगरी निकाय एवं त्रिस्तरी पंचायत चुनाव के चलते इन दिनों पूरे छत्तीसगढ़ में आदर्श आचार संहिता लगाया गया है जिसमें कई प्रकार की कार्यों का प्रतिबंध होता है। जिसमें शासकीय योजनाओं एवं प्रचार प्रसार साथ ही धार्मिक, सामाजिक, राजनीति कार्यक्रमों में नियमतः शासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी कार्यक्रम आयोजित किये जाते है।
आचार संहिता के दौरान कोई भी कार्यक्रम शासन से परमिशन पश्चात ही कार्यक्रम संपन्न हो सकता है। साउंड सिस्टम पर विशेष ध्यान दिया जाकर किसी भी आम नागरिक को कोई तकलीफ न हो जिसके लिए समय का पालन करना होता है। किंतु डोंगरगढ़ के कुछ स्थलों में तेज साउंड बजाय जा रहा है जिनको शासन प्रशासन का जरा भी भय नही है। वही लोग तेज आवाज में गाना बजाकर मौज कर रहे है । इन्हें आसपास के लोगो को परेशानी में डालकर नाच गान कर रहे हैं। भय नाम का चीज अपने जेब मे रखकर शासन प्रशासन को चुटकी देकर चुनौती दे रहे है। इन जैसे असामाजिक तत्वों पर प्रशासन की कड़ी व पैनी नजर के साथ कार्यवाही होनी चाहिए।
